परमाणु बमों का जमावड़ा । युद्धों का अखाड़ा ।। मूछों की लड़ाई। नफरत की पढ़ाई।। ना बचेंगी मूंछ ना और कुछ। बर्बाद हो जाएगा सब कुछ।। हर तरफ बर्बादी का सामान। धरती हो या आसमान।। ना खुद बचेंगे ना दूसरे को बचने देंगे। ना जीव रहेंगे ना पेड़ बचेंगे।। ना चिखों के बाद आंसू पूछने वाला। बेबस नजर आएगा दुनिया बनाने वाला।। ये विश्व को कहां लिए जा रहे हैं। कुछ सिकुड़ी हुई मानसिकता वाले।। खुद को अमर समझते हैं। बारूद के ढेर पर।। ना कोई समझने को तैयार है। ना कोई समझाने को तैयार।। एक दूसरे को मिटाने पर आमादा हैं। विज्ञान का दुरुपयोग करने वाले।। विज्ञान तरक्की के काम आए तो विज्ञान है। नहीं तो केवल मूर्ख और अज्ञान है ।। चिकित्सक कर्णवीर पिलानी राजस्थान । राख का ढ...
यदि आपके घर की चारदीवारी के अंदर की तरफ आग्नेय कोण में थोड़ी खाली जगह है तो आप अनार का पौधा अवश्य लगाएं यह पौधा आकार में बहुत बड़ा नहीं होता इसलिए अधिक स्थान भी नहीं घेरता है अब आपके दिमाग में यह सवाल आएगा कि इसके पीछे ऐसी क्या खास बात है। आजकल वास्तु के महत्व को लगभग सभी लोग मानने लगे हैं यदि अनजाने में आपके घर में आपने कोई फलदार पौधा वास्तु के विपरीत लगा रखा है और आपको इस बात का पता लग जाता है तो आप उसको तुरंत उखाड़ कर फेंक देंगें चाहे वह कितना ही लाभकारी क्यों ना हो। इसलिए यह ध्यान देना जरूरी है की अनार के पौधे को घर में किस दिशा में लगाया जाए। वास्तु शास्त्र के अनुसार आग्नेय कोण अनार के पौधे के लिए सही स्थान है यदि आप अग्नि कोण में इस पौधे को लगाएंगे तो यह आपके लिए अत्यंत सुखदाई व शुभ कारक साबित होगा तथा इससे आपके ग्रह दोष दूर होंगे। ऐसा माना जाता है कि अनार के पौधे में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी दोनों निवास करते हैं, अनार के फूलों को शहद में डुबोकर सोमवार को शिवलिंग पर चढ़ाने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं । पुराने जमाने में अनार की टहनी से बनाई गई ...