Be careful! if you eat ice cream immediately after meals. क्या आप भोजन के तुरंत बाद खाते हैं आइसक्रीम तो हो जाइए सावधान!
हमारी गलत खानपान की आदतों की वजह से कई बार हम अपने आप को बेवजह बीमार कर लेते हैं ऐसी गलत आदतों के दो कारण होते हैं एक तो इस बारे में ज्ञान कम होना तथा दूसरा अपनी जीभ को वश में न रखना ऐसी ही एक आदत है भोजन के तुरंत बाद आइसक्रीम खाना
क्या आपको पता है भोजन के तुरंत बाद आइसक्रीम खाना कितना नुकसानप्रद होता है जाने अनजाने में इस प्रकार की गलतियां हम करते रहते हैं आइसक्रीम इतनी स्वादिष्ट होती है की सबका मन इसको खाने के लिए करता है बच्चे तो इसके ज्यादा फैन होते हैं आजकल आइसक्रीम अनेक फ्लेवर्ज में उपलब्ध है जैसे बादाम, बटरस्कॉच, वेनिला, कॉफी, मिन्ट, चॉकलेट आदि ice cream wikipedia। विवाह शादी जैैेसे उत्सवों(functions) में यह गलती आम तौर पर हम ज्यादा करते हैं दूसरा आजकल खाने के बाद आइसक्रीम खाने का चलन(trend) है। विश्व बाजार में आइसक्रीम काफी बड़ा उत्पाद है बड़ी फूड कंपनियां इस को बनाती हैं इनमें Ben & Jerry,Haagen-Dazs,Baskin-Robin, Dairy Queen, Nestle,Breyers आदि
आइसक्रीम कैसे बनती है:-- इसको बनाने में दूध क्रीम मिल्क सॉलि़ड चीनी तथा मॉडिफाइड एजेंट और फ्लेवरिंग एजेंट की जरूरत पड़ती है इन सब को स्टील के बड़े बर्तन में अच्छी तरह मिला लिया जाता है और 15 सेकंड के लिए लगभग 80 डिग्री पर गर्म करते हैं उसके बाद ठंडा कर लेते हैं और माइनस 6 डिग्री से माइनस 12 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान में ठंडा होने के लिए फ्रीजर में रख देते हैं।
भोजन के तुरंत बाद आइसक्रीम खाने में दिक्कत क्या है? इसको जानने के लिए हमें पहले हमारी पाचन प्रणाली (digestion system) को समझना होगा जो भोजन हम करते हैं उसके पाचन की शुरुआत हमारे मुंह से ही हो जाती है हम भोजन को अच्छी तरह चबाते हैं तो भोजन छोटे-छोटे टुकड़ों में बट जाता है जो निगलने में आसान होता है इसे यांत्रिक प्रक्रिया (mechanical process) कहते हैं।
रासायनिक प्रक्रिया(chemical process) हमारे शरीर के अंगों लार ग्रंथि ,यकृत ,पित्ताशय और अग्नाशय, छोटी आंत और बड़ी आंत में अनेक प्रकार के एंजाइम ओर हार्मोन होते हैं जैसे कि लार , अमाशय रस, अग्नाशय रस आंत मेंं पाए जाने वाले एंजाइम तथा पित्ताशय और लिवर में पाएं जाने वाले लवण आदि इनकी भोजन को पचाने में अहम भूमिका होती है।
*आइसक्रीम खाने से हमारे शरीर के पाचन अंगों का तापमान कम हो जाता है
भोजन को सही ढंग से पचाने के लिए हमारे शरीर के तापमान का ठीक रहना जरूरी है यह कम भी नहीं होना चाहिए और अधीक भी नहीं होना चाहिए अधिक ठंडे व बासी भोजन को पचाने के लिए शरीर को काफी मशक्कत करनी पड़ती है इसके विपरीत ताजा व गर्म भोजन जल्दी पच जाता है।
आइसक्रीम को तैयार करने में माइनस 6 डिग्री से माइनस 12 डिग्री तक का तापमान आवश्यक है इससे आप अनुमान लगा सकते हैं की यह कितनी ठंडी है और इसके खाने से हमारे पेट का तापमान कितना कम हो जाता है हमारे शरीर की पाचन क्रिया भोजन ग्रहण करते समय ही चालू हो जाती है सभी पाचन अंगों की सक्रियता से हमारे शरीर में एक गर्मी उत्पन्न होती है यदि हम भोजन के तुरंत बाद आइसक्रीम खाते हैं तो वह हमारे पाचन अंगों की इस गर्मी को एकदम कम कर देती है इससे उन अंगों की मजबूरी हो जाती है की वह पाचन का कार्य छोड़कर अपने तापमान (temperature)को सही करे ।
*आइसक्रीम (ice-cream)एक प्रकार का डेयरी प्रोडक्ट(dairy product) है इसमें अधिक मात्रा में फैट और प्रोटींस होते हैं जो देर से पचते हैं ऐसे में मोटापा बढ़ने के चांस अधिक हो जाते हैं तथा हमारी पाचन प्रणाली को अधिक कार्य करना पड़ता है
*शुगर का लेवल बढ़ता है :--आइसक्रीम बनाने में मिठे का प्रचुर मात्रा में उपयोग किया जाता है यदि हम भोजन के तुरंत बाद इसे खाते हैं तो ये मिठा अच्छी तरह से पच नहीं पाता यानी के पूरी तरह से ग्लुकोज़ में नहीं बदलता फलस्वरूप हमारे शरीर में शूगर की मात्रा बढ़ने लगती है।
*पेट व कमर की चर्बी बढ़ना:-- एक तो आइसक्रीम में काफी मात्रा में फैट होता है दुसरा जैसा कि पहले बता चुका हूं कि इसके खाने से पाचनशक्ति कमजोर हो जाती है जिससे फैट एनर्जी में नहीं बदलता फलस्वरूप कमर व पेट की चर्बी बढ़ने लगती है।
अब हमें यह समझ लेना चाहिए की भोजन के बाद आइसक्रीम नहीं खानी चाहिए।
लेकिन इसका यह मतलब नहीं है की हम आइसक्रीम खाना ही छोड़ दें आइसक्रीम खाने के फायदे भी अनेक बशर्ते कि आपको इसकी लत ना लगे यानी के आप इसके addict ना हो।
(1) शरीर को ताकत मिलती है :-- आइसक्रीम को बनाने में मुख्य रूप से दूध और चीनी का इस्तेमाल होता है दूध में कैल्शियम और प्रोटीन खूब होता है तथा मिठे से हमें ग्लुकोज़ मिलता है जो हमारे शरीर को ताकत (energy)प्रदान करता है।
(2) एसिडिटी (acidity)को शांत करती है :--हमारे शरीर में पाए जाने वाले हैं हाइड्रोक्लोरिक एसिड और पेपसिन जब भोजन नली में प्रवेश कर जाते हैं तब इस प्रकार की तकलीफ़ होती है इनके भोजन नली में प्रवेश करने से वहां का तापमान बढ़ जाता है आइसक्रीम खाने से वहां का तापमान कम हो जाता है और हमें एसिडिटी और जलन से राहत मिल जाती है।
(3) आइसक्रीम खाने से दिमाग का मूड ठीक होता है :--यह खाने में काफी स्वादिष्ट होती है तथा इसमें अनेक प्रकार के फ्लेवर(flavour)उपलब्ध होने से मनपसंद फ्लेवर भी मिल जाता है इससे मानसिक संतुष्टि मिलती है।
(4) गर्मी के कारण होने वाले मुंह के छालों में:--जब पाचन क्रिया की गड़बड़ या गर्मी से मुंह में छाले हो जाते हैं इनसे काफी तकलीफ होती है हम हर तरह का खाना नहीं खा सकते कई बार तो सारी दवाइयां फेल हो जाती हैं आइसक्रीम खाने से छालों में बहुत जल्दी आराम आता है बशर्ते की आपको दातों की कोई समस्या ना हो तो छालों के लिए आइसक्रीम का प्रयोग अवश्य करें।
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