आज हम चर्चा करेंगे पीठ पर मालिश किस तरह की जानी चाहिए तथा उसके क्या फायदे हैं, मालिश प्राचीन चिकित्सा पद्धति में से एक हैं कई बार औषधि से जो काम नहीं होता वह मालिश से हो जाता है तथा इसका खर्चा भी ना के बराबर है यह आप घर में किसी सदस्य की मदद से करवा सकते हैं इसके लिए उपयोग में लाने वाला तेल भी घर पर तैयार कर सकते हैं इन सब के बारे में मैं आपको विस्तार से बताऊंगा।
आजकल ज्यादातर लोगों को पीठ के दर्द की शिकायत रहती है चाहे वह कमर का हो या ऊपर सर्वाइकल रीजन का हो कई बार तो दर्द इतना ज्यादा होने लगता है कि उसे सहन कर पाना मुश्किल होता है ऐसे में हम दर्द निवारक दवा (pain killers) का सहारा लेते हैं जिनके अपने अनेक दुष्प्रभाव सामने आते हैं दूसरा हमारे शरीर को उनकी आदत हो जाती है और कोई हल्की-फुल्की दवाइयां उसके बाद काम करना बंद कर देती हैं!
यदि हम सही विधि से मालिश करवाएं तो इससे शरीर में रक्त संचार बढ़ता है और मांसपेशियां लचीली होती है मांसपेशियों में आए हुए खिंचाव को मालिश से दूर किया जा सकता है! आजकल कई प्रकार के मालिश प्रचलित है इसके लिए कई प्रकार की मशीनें भी आई हुई है लेकिन मेरा मानना है हाथ से की गई मालिश ही सबसे ज्यादा उपयोगी है जिस की विधि इस प्रकार है ।
मालिश के लिए उपयोग में आने वाला सामान
एक बेड या चटाई
मालिश के लिए तेल या द्रव्य
मालिश करने वाला व्यक्ति
मालिश आप जमीन पर चटाई बिछाकर के या आप बेड पर बेडशीट आदि बिछाकर के करवा सकते हैं एक नरम तकिया गर्दन के अग्र भाग के निचे रख लेना है!
तेल :-- आजकल मालिश के लिए अनेक प्रकार के तेल प्रचलित हैं कई प्रकार के सपा आधी खुले हुए हैं जिनमें अनेक प्रकार के सुगंधित तेलों का प्रयोग किया जाता है लेकिन उनका व्यवसायिक उद्देश ज्यादा होता है तथा बीमारी को ठीक करना कम ! मैं इसके लिए दो प्रकार के तेल की सलाह देना चाहूंगा एक सरसों का तथा दूसरा तिल का तेल ।
यदि गर्मी का मौसम हो तो सरसों का तेल प्रयोग करना चाहिए और सर्दी का मौसम हो तो तिल के तेल का प्रयोग करें तेल को दर्द निवारक बनाने के निम्नलिखित चीजें और मिला लें!
तेल 100 मिलीग्राम
अजवायन:--एक छोटी चम्मच
पिसी हुई सोंठ आधा चम्मच
लहसुन की कली 5
लहसुन की कलियों का पेस्ट बनाकर डालें
सभी चीजों को एक बर्तन में डालकर चूल्हे पर मंदी आंच से दो मिनट तक गर्म करके छान ले तथा ठंडा करके कांच की शीशी में डाल लें आपके लिए मालिश का तेल तैयार है ।
पीठ पर मालिश करते समय यह सावधानी रखे हैं रीड की हड्डी पर अत्यधिक दबाव ना डालें तथा रीड की हड्डी और अंगूठे से मालिश भी ना करें मालिश करने वाले व्यक्ति के हाथ फटे हुए ना हों यानी कि मुलायम हों।

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