शायद किसी ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि कोरोना(covid-19) ऐसी भयावह बीमारी आएगी जिसके कारण हमारे त्यौहार विवाह शादी आदि खुशी के उत्सव भी हम नहीं मना सकेंगे आज इस बीमारी को आए लगभग 1 वर्ष से अधिक समय हो चुका है कुछ दिनों पहले ऐसा लग रहा था कि शायद यह बीमारी चली जाएगी लेकिन जिस तरह से इस ने पलटवार किया है यह देखकर तो चिंता कई गुना बढ़ गई है तथा एक अनिश्चितता की स्थिति पैदा हो गई है, इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि भविष्य में ऐसी और भी बीमारियां फैल सकती हैं इसलिए हमें इन से लड़ने के लिए शरीर में प्रतिरोधक क्षमता का बनाए रखने को अधिक महत्व देना होगा। हर प्रकार के उपाय किए जा रहे हैं टीकाकरण भी जोरो से हो रहा है आगे और भी सावधानियां बरतनी होगी इन सब बातों के बीच एक बात तो निश्चित तौर पर सर्वमान्य है की जिनके शरीर की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है वह इस बीमारी से काफी हद तक बच जाते हैं , प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले काफी प्रोडक्ट बाजार में पहले से आए हुए हैं जिनमें प्रमुख आयुष द्वारा अनुमोदित आयुष काढा है इसी कड़ी में मैं भी आपको एक बड़ा ही उपयोगी जिसको आप घर पर आसानी से ...
यदि आपके घर की चारदीवारी के अंदर की तरफ आग्नेय कोण में थोड़ी खाली जगह है तो आप अनार का पौधा अवश्य लगाएं यह पौधा आकार में बहुत बड़ा नहीं होता इसलिए अधिक स्थान भी नहीं घेरता है अब आपके दिमाग में यह सवाल आएगा कि इसके पीछे ऐसी क्या खास बात है। आजकल वास्तु के महत्व को लगभग सभी लोग मानने लगे हैं यदि अनजाने में आपके घर में आपने कोई फलदार पौधा वास्तु के विपरीत लगा रखा है और आपको इस बात का पता लग जाता है तो आप उसको तुरंत उखाड़ कर फेंक देंगें चाहे वह कितना ही लाभकारी क्यों ना हो। इसलिए यह ध्यान देना जरूरी है की अनार के पौधे को घर में किस दिशा में लगाया जाए। वास्तु शास्त्र के अनुसार आग्नेय कोण अनार के पौधे के लिए सही स्थान है यदि आप अग्नि कोण में इस पौधे को लगाएंगे तो यह आपके लिए अत्यंत सुखदाई व शुभ कारक साबित होगा तथा इससे आपके ग्रह दोष दूर होंगे। ऐसा माना जाता है कि अनार के पौधे में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी दोनों निवास करते हैं, अनार के फूलों को शहद में डुबोकर सोमवार को शिवलिंग पर चढ़ाने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं । पुराने जमाने में अनार की टहनी से बनाई गई ...