गर्मी की शुरुआत हो चुकी है पिछले तीन-चार दिन से काफी गर्म हवाएं चल रही हैं ऐसे में कई प्रकार की बीमारियों का खतरा मंडराने लगा है जैसे कि गर्मी की उल्टी, गर्मी का बुखार, जी मिचलाना तथा गर्मी के दस्त आदि आदि ऐसे में यदि नींबू शरबत (lemonade) आपके लिए दवा बन जाए तो कैसा रहे। वैसे तो नींबू (lemon) का इस्तेमाल कोई नया नहीं है हर घर में नींबू मौजूद रहता है और किसी न किसी रूप में हम इसका प्रयोग करते रहते हैं लेकिन इसे दवा का रूप देने के लिए हमें अन्य चीजों का भी इसके साथ प्रयोग करना पड़ेगा जैसे मिश्री या शक्कर, पुदीना, सोंफ, जीरा, नमक आदि। नींबू की कई किस्में होती है लेकिन कागजी नींबू ही ज्यादा गुणकारी व प्रयोग किया जाने वाला है। आयुर्वेद में नींबू को हितकारी बताया गया है आयुर्वेद के अनुसार:--कागजी नींबू त्रिदोषहर ,पाचक, दीपक ,रुचिकर ,कफ ,वायू ,खांसी, वमन , विसूचिका आदि अनेक रोगों को दूर करने वाला होता है इसमें विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाई जाती है जो चर्म रोग तथा बालों (केश) के रोग दूर करने में सहायक है । नींबू के बारे में एक कहावत है- "इमली में गुण एक है,...
यदि आपके घर की चारदीवारी के अंदर की तरफ आग्नेय कोण में थोड़ी खाली जगह है तो आप अनार का पौधा अवश्य लगाएं यह पौधा आकार में बहुत बड़ा नहीं होता इसलिए अधिक स्थान भी नहीं घेरता है अब आपके दिमाग में यह सवाल आएगा कि इसके पीछे ऐसी क्या खास बात है। आजकल वास्तु के महत्व को लगभग सभी लोग मानने लगे हैं यदि अनजाने में आपके घर में आपने कोई फलदार पौधा वास्तु के विपरीत लगा रखा है और आपको इस बात का पता लग जाता है तो आप उसको तुरंत उखाड़ कर फेंक देंगें चाहे वह कितना ही लाभकारी क्यों ना हो। इसलिए यह ध्यान देना जरूरी है की अनार के पौधे को घर में किस दिशा में लगाया जाए। वास्तु शास्त्र के अनुसार आग्नेय कोण अनार के पौधे के लिए सही स्थान है यदि आप अग्नि कोण में इस पौधे को लगाएंगे तो यह आपके लिए अत्यंत सुखदाई व शुभ कारक साबित होगा तथा इससे आपके ग्रह दोष दूर होंगे। ऐसा माना जाता है कि अनार के पौधे में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी दोनों निवास करते हैं, अनार के फूलों को शहद में डुबोकर सोमवार को शिवलिंग पर चढ़ाने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं । पुराने जमाने में अनार की टहनी से बनाई गई ...